क्या है विपरीत राजयोग? 12 साल बाद बना दुर्लभ संयोग, 4 राशि के जातकों को मिलेगा किस्मत का साथ
साल में कई ऐसे योग बनते हैं, जो लोगों की किस्मत चमका सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक ग्रह का विशेष महत्व है. ये ग्रह एक समय अंतराल से एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करते हैं. जिसका सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर देखने को मिलता है. 12 साल बाद 22 अप्रैल 2023 को देव गुरु बृहस्पति मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश कर चुके हैं. आज के इस आर्टिकल में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं विपरीत राजयोग के बारे में. क्या होता है विपरीत राजयोग और इसका कौनसी राशियों पर शुभ असर होगा.