2000 के नोट की वापसी
• जिनका कहीं खाता नहीं है वे किसी भी बैंक में बदल सकते हैं अपने नोट •
8 नवम्बर 2016 को मौजूद बड़े नोट (देश की 86 फीसदी मुद्रा) यानी 1000 व 500 के नोट अचानक रद्दी में तब्दील हो गए थे। आम नागरिक बैंकों के सामने लंबी कतारों में खड़े थे। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ है, तसल्ली रखिये। ये नोटबन्दी नहीं है, सिर्फ 2000 के नोट वापस लिए जा रहे हैं। वापस करने के लिए 23 मई से 30 सितंबर तक 127 दिन का पर्याप्त समय है। आरबीआई ने कहा है कि एक बार में 20 हजार रुपये यानी 2 हजार के 10 नोट किसी भी बैंक से बदले जा सकते हैं। जिनका कहीं कोई बैंक खाता नहीं है, वे किसी भी बैंक से अपने नोट बदल सकते हैं। यदि कोई नागरिक हर दिन 10 नोट बदले तब भी इतना समय है कि करीब 25 लाख रुपये तक बदले जा सकते हैं। शायद ही किसी आम नागरिक के पास 2 हजार के नोटों में इतनी रकम हो, इसलिए परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है।
• यह भी जानें
> 4 साल से नहीं छपा 2 हजार का कोई नोट।
> 4 साल में नष्ट किये गए 2 हजार के 102 करोड़ नोट।
> 2016 में 2 हजार के नोट कुल मुद्रा मूल्य के 50 फीसदी थे, अब सिर्फ 13.8 फीसदी बचे।
> 2016 में 500 के नोट कुल मुद्रा मूल्य का 22 फीसदी थे, अब 73 फीसदी पहुंचे।
> 2016 से पहले अंदाजा था कि देश में 7.3 लाख करोड़ का काला धन है। लेकिन 2016 की नोटबन्दी में 99.3 फीसदी नोट बैंकों में जमा हो गए थे, महज 10720 करोड़ के नोट बैंकों में नहीं पहुंचे थे।
> अब 19 मई 2023 यानी 6 साल बाद आरबीआई ने 2000 रुपये का नोट सर्कुलेशन से वापस लेने का एलान किया है।