9 जून, पहलवानों को जंतर मंतर बिठाने जाएंगे किसान: राकेश टिकैत
इस मामले में सरकार की ओर से पहल नहीं की गई तो अंग्रेजों की ही तरह जनता इस सरकार को भी भगाएगी। आज जो महिला पहलवानों के साथ हुआ है। ऐसे तो बेटियां पहलवानी करना ही छोड़ देंगी। मैंने अपना सबकुछ दांव पर लगाकर बेटियों को मैडल लायक बनाया। आज बेटियों की हालत देखी नहीं जा रही। ग्रामीणों ने पंचायत कर बेटियों को न्याय दिलाने का फैसला किया।
महावीर फोगाट, द्रोणाचार्य अवार्डी व संगीता फोगाट के पिता
खुला रहेगा बातचीत से समाधान का भी विकल्प, राष्ट्रपति व गृह मंत्री के सामने रखेंगे पक्ष
किसान बृजभूषण की गिरफ्तारी के बगैर पीछे नहीं हटेंगे। पहलवानों से केस वापसी उनकी दूसरी मांग है। 2 जून को कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला से एलान हुआ कि 9 जून को किसान पहलवानों को फिर से जंतर मंतर पर बिठाने जाएंगे और फिर देश भर में पंचायतें होंगी। गांव-गांव भाजपा नेताओं से सवाल किए जाएंगे। साथ ही बातचीत से समाधान के विकल्प भी खुले रहेंगे। इस प्रयास में राष्ट्रपति व गृह मंत्री के सामने भी पक्ष रखा जाएगा। मांगें पूरी होने तक आंदोलन और बातचीत से समाधान के प्रयास, दोनों जारी रहेंगे। आगे के फैसले टिकैत समेत 7 सदस्यीय समिति लेगी।
कुरुक्षेत्र की जाट धर्मशाला में पूर्व निर्धारित सर्वखाप महापंचायत के बाद राकेश टिकैत ने कहा कि “सरकार के पास 9 तारीख तक टाइम है, वो बातचीत से मामले का समाधान कर ले। उसकी गिरफ्तारी हो, बच्चों के केस वापस हों। नहीं तो 9 तारीख को बच्चों को जंतर मंतर पर बिठाने लेकर जाएंगे और देश भर में पंचायतें होंगी। गांव-गांव भाजपा नेताओं से सवाल होंगे। बच्चे हताश हैं, परिवार वाले डरे हुए हैं। उन्हें धमकियां मिल रही हैं। किसी के साथ कोई हादसा होता है तो जिम्मेदारी उसकी (बृजभूषण) होगी।” उन्होंने कहा कि सरकार अगर कुछ नहीं करेगी तो उसकी छवि खराब होगी। इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ले जाया जाएगा। बता दें कि सोरम महापंचायत में इन फैसलों को सुरक्षित रख लिया गया था। उसमें टिकैत ने इतना जरूर बताया था कि सरकार की तरफ से बातचीत का प्रस्ताव आ गया है। लेकिन किसान बृजभूषण की गिरफ्तारी पर ही समझौता करेंगे। पहलवानों की यही मांग है।
सरकार को समय देने पर भिड़े खाप चौधरी, दिखा आक्रोश
पंचायत में सरकार को समय देने की चर्चा पर खाप चौधरी आक्रोशित हो उठे। बोले, सरकार को समय नहीं, ऐसा अल्टीमेटम दो जिससे सरकार तुरंत दवाब में आये। पहले की तरह हमारे ट्रैक्टर तैयार हैं। हालांकि कुछ लोगों ने एक बार और सरकार को बातचीत से समाधान का मौका देना उचित समझा। फिर राकेश टिकैत ने शांतिपूर्ण आंदोलन के लिए समझाया और बीच का रास्ता निकाला। जिस पर सब एकमत हो गए।
गोहाना महापंचायत पर निगाहें
सोनीपत के गोहाना में भी 4 जून को महापंचायत है। लेकिन इस पर सबकी निगाहें हैं, क्योंकि इसमें रालोद मुखिया जयंत भी पहुंच रहे हैं। कुरुक्षेत्र महापंचायत के कुछ खाप चौधरी भी इसमें शामिल होंगे। कई बड़े किसान नेता और अन्य दलों से भी कुछ नेता शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा 11 जून को शामली और हरिद्वार में 15, 16, 17 और 18 जून तक लगातार 4 दिन पंचायत होनी हैं।
एमजे अकबर भी ऐसा ही केस था
इन दिनों एमजे अकबर मामले की भी खूब चर्चाएं हैं। मोदी सरकार में 2 साल विदेश राज्यमंत्री रहे अकबर के खिलाफ भी 2018 में यौन शोषण का ऐसा ही मामला था। अकबर को मंत्री पद से स्तीफा देना पड़ा था। अकबर ने जवाब में मानहानि का केस भी किया था। लेकिन कोर्ट से भी अकबर को निराश हाथ लगी थी।
साथ है 1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम इंडिया
1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्यों ने पहलवानों का समर्थन किया है। कपिल देव, सुनील गावस्कर, बीसीसीआई अध्यक्ष रोजर बिन्नी, दिलीप वेंगसरकर और मदनलाल सहित कई दिग्गज क्रिकेटर्स ने साझा बयान में कहा “हम अपने चैंपियन पहलवानों के साथ बदतमीजी से व्यथित और परेशान हैं। सबसे ज्यादा चिंता इस बात की है कि वह अपनी मेहनत की कमाई को गंगा नदी में बहाने की सोच रहे हैं। हम उनसे आग्रह करते हैं कि वे जल्दबाजी में कोई फैसला न लें। हमें उम्मीद है कि उनकी शिकायतों को सुना जाएगा।”